चंडीगढ़ पुलिस ने धोखाधड़ी से लाखो रुपए क्रिप्टोकरंसी वॉलेट मैं पैसा लगाने वाले ठगों के गिरोह का भंडाफोड़ किया
चंडीगढ़ पुलिस ने धोखाधड़ी से लाखो रुपए क्रिप्टोकरंसी वॉलेट मैं पैसा लगाने वाले ठगों के गिरोह का भंडा
रंजीत शम्मी चंडीगढ़। यूटी पुलिस के साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन सेल ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए धोखाधड़ी से लाखो रुपए क्रिप्टो करेंसी वॉलेट पैसा लगाने वाले ठगों के गिरोह के किंगपिन समेत तीन शातिर आरोपियों को नागपुर महाराष्ट्र से किया काबू। जिनकी पहचान नागपुर महाराष्ट्र के रहने वाले आतिश अशोक रावत आयुष संजय गायकवाड और निहाल दिनकर दोहरे के रूप में हुई है। पकड़े गए आरोपियों को पुलिस जिला अदालत में पेश कर एक दिन का पुलिस रिमांड मिला रिमांड के दौरान पुलिस मामले में अन्य अहम जानकारियां हासिल करेगी। शहर में क्रिप्टोकरंसी वॉलेट का पहला मामला होगा जिससे पुलिस डिजिटल रूप से पैसा रिकवर करेगी। जानकारी के मुताबिक एसपी सिटी/ एसपी साइबर क्राइम केतन बंसल ने बुधवार को सेक्टर 17 स्थित साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन सेल में हुई प्रेस कॉन्फ्स के दौरान बताया कि साइबर क्रिमिनल कुछ समय से लोगों से धोखाधड़ी कर रहे थे। जिसके चलते साइबर सेल पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के लिए अपनी नजर बनाई बैठी थी। मामले में धोखाधड़ी करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को मामले में 7 फरवरी को सूचना मिली थी कि बैंक खाते में से लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी नागपुर महाराष्ट्र में सक्रिय है। मामले की सूचना पाते ही एसपी साइबर सेल केतन बंसल के दिशा निर्देशों के चलते डीएसपी रश्मि शर्मा की सुपरविजन में एक टीम गठित की गई टीम मैं साइबर क्राइम इंचार्ज इंस्पेक्टर हरिओम शर्मा और उनकी टीम ने सूचना के आधार पर आरोपियों की धरपकड़ की और मामले को सुलझाया। पुलिस जांच के दौरान पाया गया कि ठगी गई राशि को मोबिक्विक वॉलेट में स्थानांतरित कर दिया गया और आगे वाज़िक्स क्रिप्टो करेंसी वॉलेट में स्थानांतरित कर दिया गया और कॉइन98 क्रिप्टो करेंसी वॉलेट को टैग करके यूएसडीटी में राशि का निवेश किया गया। इसके अलावा नागपुर, महाराष्ट्र में की गई छापेमारी के दौरान और 7 फरवरी को आरोपी (1) आतिश अशोक रावत आयुष संजय गायकवाड़ (3) निहाल दिनकर दोहरे को गिरफ्तार किया गया था। और शिकायतकर्ता को धोखा देने के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन, इंटरनेट मॉडम उनके कब्जे से बरामद किए गए। सभी गिरफ्तार आरोपियों को नागपुर, महाराष्ट्र के माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया और सभी आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया। पकड़े गए तीनों आरोपियों को पुलिस जिला अदालत में पेश कर एक दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया। रिमांड के दौरान पुलिस ने आरोपियों से अहम जानकारियां हासिल करनी है। पुलिस ने पूछताछ के दौरान आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने कॉइन98 वॉलेट को टैग करके यूएसडीटी ($15398.1619) में ठगी की राशि का निवेश किया है। और निवेश के बाद उन्होंने कॉइन98 वॉलेट को हटा दिया है। कॉइन98 वॉलेट को खोलने के लिए उनके पास 12 शब्दों के वाक्यांश की आवश्यकता है। और केवल वे ही प्रदान कर सकते हैं। ताकि 98 क्रिप्टो करेंसी वॉलेट वजीरक्स से ठगे गए पैसे की वसूली के लिए 12 शब्दों का पास कोड या वाक्यांश बरामद किया जा सके। आखिरकार चंडीगढ़ पुलिस मे यह पहला मामला होगा।
शेयर मार्केट से पैसा इन्वेस्ट किया जाता है। ठीक इसी तरह क्रिप्टोकरंसी में भी पैसा इन्वेस्ट किया जाता है। जिसके रेट घटते बढ़ते रहते हैं। पुलिस उक्त मामले में आरोपियों से 12 अक्षरो का कोड पता लगाकर डिजिटल रूप से पैसा रिकवर करेगी। पकड़े गए तीनों आरोपी कंप्यूटर के माहिर हैं। जबकि आरोपी निहाल दिनकर दोहरे कंप्यूटर इंजीनियर है।
क्या था मामला।
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता राहुल रावत ने पुलिस को बताया था कि वह अपने परिवार सहित रहता है। शिकायतकर्ता के पिता बीमार होने के चलते वह 28 जनवरी को सेक्टर 17 स्थित बैंक में पैसे निकालने के लिए गया था। लेकिन पता चला कि खाते में कोई पैसा उपलब्ध नहीं। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने अपने पिता को फोन कर बताया कि खाते में कोई पैसा नहीं है। उसके बाद उन्होंने जब बैंक स्टेटमेंट चेक किया तो पता चला कि खाते से 28 जनवरी 2022, 29 जनवरी, 30 जनवरी और 31जनवरी 2022 को खाते से 12 लाख 65 हज़ार रुपए निकल गए।